-चरित्र-------------------------
आज भारत में सबसे अधिक आवश्यकता है चरित्र निर्माण की-----------------आज की युवा पीढी में इस गुण की कमी आई है पर यह गुण हमारें भारत में कभी भी समाप्त नहीं हो सकता है क्योंकि भारतीय चरित्रवान व्यक्ति होना गर्व की बात समझते हैं । चरित्रवान व्यक्ति कभी भी असभ्य नहीं हो सकता। उसे कभी भी अपने पद या शक्ति का आकर्षण गलत रास्ते पर नहीें ले जा सकता।
चरित्रवान व्यक्ति हमेशा दूसरों के लिए आदर व उनकी खुशी का ख्याल रखता है ।
व्यकित चाहे तो अपने कार्यक्षेत्र में अच्छे काम करके समाज का भला कर सकता है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम अकेले क्या कर सकते हैं ।यदि आप चरित्रवान व्यक्ति हैं तो आप सब के लिए अच्छा ही करेगें। चरित्र निर्माण के लिए आत्मज्ञान]नैतिक शिक्षा का होना आवश्यक है। यह लोगों में सेवा की भावना लाएगीa। लोभ ]भष्टाचार] दुराचार] को दूर करेगी । सब का सम्मान करना सिखाएगी।हमें इस महत्तवपूर्ण गुण को अपनाना होगा ------------------यह जिम्मेदारी समाज के अनुभवी व बडे लोगों की है कि वह अपने बच्चों का चरित्र निर्माण करें उन्हें अच्छे गुण प्रदान करें ताकि वो भी समाज को अच्छा ही दें ।
No comments:
Post a Comment