Sunday, 26 June 2016




स्वास्तिक चिन्ह........ भाग्य दर्पण
स्वास्तिक चिन्ह का हमारे जीवन में बहुत ही महत्तव है । इसे एक पवित्र चिन्ह माना गया है । अक्सर हम इसे घरों के प्रवेश द्धार पर लगाते हैं। पूजा घर में इसे रखा जाता है । स्वास्तिक चिन्ह के चारों खानंों का बहुत अद्भुतव आलौकिक स्वरूप है । इसे सूर्य देव का आसन ,सारे विश्व के पालन कर्ता श्री विष्णु भगवान का प्रतिनिधि माना जाता है। श्री गणेश जी का प्रतीक भी मानते है।  यह मंत्र पूरी सृष्टि का कल्याणकारी मंत्र है। मनुष्य का सदैव मंगल करता है । इस मंत्र में कल्याणकारी शक्तियाॅं विद्यमानहै । इसे प्रवेश द्धार के अंदर व बाहर चांदी का स्वास्तिक ,मंत्र द्धारा सिद्ध करके लगाने से सारी विघ्न बाधओं का नाश हो जाता है।घर में सुख समद्धि आती हैै ।यह कोई मामूली सी चिन्ह या प्रथा नहीं है और न ही सजावट की वस्तु है जिसे प्रवेश द्धार पर लगाया जाता हैं।इसमें सारे देवताओं का आर्र्शीवाद एवं शुभ शक्तियाॅं निहित है ।



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