Sunday, 8 September 2019

नन्हे कदम

नन्हे कदम 

नन्हे से तेरे कदम,
छोटी-छोटी हथेलियां,
शरारती मुस्कान तुम्हारी,
बहुत याद आती है,
आंखों की मस्ती व चंचलता,
वो अठखेलियां,वो लुका छुपी
बहुत याद आती हैं
मासुमियत है चेहरे पर,
वो नन्ही बाहों का घेरा,
छोटे-छोटे हाथों का
प्यारा सा स्पर्श,
वो खेलना व खिलाना
बहुत याद आती है,


तुमने तो फिर से लौटा,
दिए वो सुहाने मेरे जीवन के
सुनहरे पल सुहानी यादें,
मां का प्यार तो मां ही जानती है
अपनी सांसों को केवल,
वो ही पहचानती है,
उसकी दुनिया भी बच्चे ,
उसकी चाहतें भी बच्चे
बहुत याद आती है।
Meri Nazar Se.                                       

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