भारत की, तमाम कोशिशों के बावजूद भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर या बिना समझे ही कुछ ऐसी गलतियां कर रहे हैं जो पूरे समाज को विनाश की ओर ले कर जा सकती है । इसके लिए एक ऐसा कदम भी हो सकता है कि हर मनुष्य सोच ले कि उस से जुड़ा हुआ हर एक श्रमिक उसकी जिम्मेदारी है। हर घर यह सोच ले कि अपने साथ काम करने वाले जो भी लोग हैं । उनकी जिम्मेदारी वह भी उठाएं क्योंकि वह लोग भी उनके परिवार का एक हिस्सा ही है अगर हर घर अपने काम करने वालों की जिम्मेदारी उठाता है तो किसी भी मजदूर को कठिन समय नहीं बिताना पड़ेगा , रोड पर नहीं बैठना पड़ेगा किसी को भी बिना भोजन किए सोना नहीं पड़ेगा हर मजदूर को इसका एहसास होगा कि कोई हमारे साथ है तो गलतियां नहीं करेंगे जो अभी वह कर रहे हैं परेशान होकर या ना समझी में, और सभी लोग सुरक्षित भी रहेंगे उन्हें खाने के लिए भोजन भी मिलेगा क्योंकि एक- एक बूंद से ही समुद्र बनता है। इतनी जनसंख्या की हिफाजत करना सरकार के लिए भी के लिए भी मुश्किल काम है। इसलिए यदि हर घर यह जिम्मेदारी ले कि उसके साथ जुड़े हुए सारे हेल्पर्स , चाहे वह घर में हो ,चाहे वह फैक्ट्री में हो, चाहे वह बिजनेस में हो, चाहे वह किसी भी तरह के काम में उनके साथ जुड़े हुए हैं ।उनकी पूरी जिम्मेदारी पैसे से या और किसी भी तरह से हर घर को लेनी होगी । उनकी पूरी मदद भी करनी होगी । इसके अलावा यदि हमें कभी पता चलता है कि हमारे आसपास या उनमें से कोई भी कोविड-19 के लक्षण हैं तो हमें तुरंत उसको हॉस्पिटल में सूचना देकर उसका इलाज करवाना चाहिए। इस तरह से हर एक कदम मिलकर इस बीमारी को तुरंत जड़ से हम मिटा सकते हैं । सब मिलकर कदम उठाएं और इस बड़ी आपदा से मुक्ति पाए और भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर भावनाएं , जहां पर रिश्ते निभाए जाते हैं। इसी विश्वास के साथ हम सब को आगे बढ़ना है ।आइए मिलकर एक साथ एक कदम बढ़ाए। कुछ चल पड़े हैं कुछ को चलना है यह कदम रुकने नहीं चाहिए।
Meri Nazar Se....
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