लालिमा
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
सुन्दरता का गहना हो तुम
जब भी जहां भी नजर आती हो तुम,
सबके दिलों को लुभाती हो तुम,
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
सूरज की पहली झलक हो तुम
सूरज का वो आकर्षण हो तुम
वो क्षण हम सब की आंखों का
वर्धन व तेज बन जाती हो तुम,
वो रूप में हम सब को सुहाती हो तुम,
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
स्त्री के चेहरे का अद्भुत नूर हो तुम
उसके अस्तित्व में शामिल हो तुम,
स्त्री के व्यक्तित्व का हिस्सा हो तुम
उसके सौन्दर्य को बढ़ाती हो तुम,
उसकी लज्जा का अहसास हो तुम,
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
Meri Nazar Se........ASHA SHARMA.
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
सुन्दरता का गहना हो तुम
जब भी जहां भी नजर आती हो तुम,
सबके दिलों को लुभाती हो तुम,
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
सूरज की पहली झलक हो तुम
सूरज का वो आकर्षण हो तुम
वो क्षण हम सब की आंखों का
वर्धन व तेज बन जाती हो तुम,
वो रूप में हम सब को सुहाती हो तुम,
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
स्त्री के चेहरे का अद्भुत नूर हो तुम
उसके अस्तित्व में शामिल हो तुम,
स्त्री के व्यक्तित्व का हिस्सा हो तुम
उसके सौन्दर्य को बढ़ाती हो तुम,
उसकी लज्जा का अहसास हो तुम,
लालिमा तुम्हारे रूप है अनेक,
हर रूप में हो तुम विशेष,
Meri Nazar Se........ASHA SHARMA.
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